Madhuri Dixit Controversy: बॉलीवुड इतिहास में कई ऐसे किस्से हैं जो आज भी लोगों के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं। एक ऐसा ही वाकया सामने आया था साल 1988 में, जब फिल्म “दयावान” की शूटिंग के दौरान एक इंटिमेट सीन ने सबको चौंका दिया था। इस सीन में शामिल थे सुपरस्टार Vinod Khanna और उस समय इंडस्ट्री में नई-नई आईं Madhuri Dixit।

इंटीमेट सीन के दौरान बिगड़ी हदें, सहम गई थीं Madhuri Dixit
1988 में रिलीज हुई फिल्म “दयावान“ अपने मजबूत कंटेंट और शानदार अभिनय के लिए जानी जाती है। लेकिन फिल्म में एक इंटीमेट सीन ने विशेष रूप से सुर्खियां बटोरीं। कहा जाता है कि शूटिंग के दौरान विनोद खन्ना एक किसिंग सीन में इतने बेकाबू हो गए थे कि डायरेक्टर के “कट” कहने के बाद भी रुके नहीं। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस सीन के दौरान विनोद खन्ना ने Madhuri Dixit को करीब 5 मिनट तक किस किया और इतना आगे बढ़ गए कि एक्ट्रेस के होंठों से खून तक निकल आया।
शॉट खत्म होने के बाद माधुरी बुरी तरह डर गईं और रोने लगीं। बाद में विनोद खन्ना ने उनसे इस घटना के लिए माफी मांगी थी।
‘आज फिर तुमपे प्यार आया है‘ गाने ने बटोरी थी सुर्खियां
“दयावान” का मशहूर गाना “आज फिर तुमपे प्यार आया है” आज भी लोगों की जुबान पर है। इस गाने में फिल्माया गया इंटीमेट सीन इतना चर्चित हुआ कि इसे लेकर कई विवाद भी खड़े हो गए थे। बाद में इस गाने का रीमिक्स वर्जन फिल्म “Hate Story 2” में भी पेश किया गया था।
1 करोड़ रुपये में बचाया गया सीन
फिल्म के निर्माता-निर्देशक फिरोज खान ने इस सीन को हटाने के लिए Madhuri Dixit और अन्य पक्षों से काफी दबाव का सामना किया था। यहां तक कि फिल्म के खिलाफ कानूनी नोटिस भी भेजा गया। लेकिन फिरोज खान ने इस सीन को फिल्म में बनाए रखने के लिए 1 करोड़ रुपये तक का भुगतान किया।
Madhuri Dixit ने भी बाद में स्वीकार किया था कि वह इस सीन से अनजान थीं और उन्हें इसके लिए कोई पूर्व जानकारी नहीं दी गई थी।
Madhuri Dixit को मिला था भारी भरकम मेहनताना
फिरोज खान को अंदाजा था कि इस तरह के सीन पर माधुरी दीक्षित आपत्ति जता सकती हैं, इसलिए उन्होंने उस समय उन्हें पूरे 1 करोड़ रुपये की फीस देकर फिल्म के लिए साइन किया था। जब माधुरी ने सीन को हटाने की इच्छा जताई, तो फिरोज खान ने साफ कहा, “आपको एक करोड़ रुपये यूं ही नहीं दिए गए हैं।“
बाद में Madhuri Dixit को भी इस फिल्म में काम करने का अफसोस हुआ। उन्होंने कई इंटरव्यूज में स्वीकार किया कि यह उनके करियर का एक ऐसा फैसला था जिसे वह आज भी याद कर पछताती हैं।
विनोद खन्ना का कबूलनामा: “मैं संत नहीं हूं“
विनोद खन्ना ने एक पुराने इंटरव्यू में साफ कहा था कि वह महिलाओं के मामले में कभी संत नहीं रहे। उन्होंने कहा था,
“मैं कुंवारा था और महिलाओं के मामले में कोई संत नहीं हूं। सेक्स हमारे अस्तित्व का हिस्सा है, और इसमें कुछ भी गलत नहीं है।“
यह स्वीकारोक्ति उनके व्यक्तित्व को लेकर हमेशा चर्चा में रही थी।
आध्यात्मिक राह और अंतिम विदाई
अपने करियर के चरम पर, विनोद खन्ना ने फिल्मों से कुछ समय के लिए ब्रेक लिया और आध्यात्मिक गुरु ओशो रजनीश के शिष्य बन गए।
27 अप्रैल 2017 को, लंबी बीमारी के बाद, विनोद खन्ना का निधन हो गया। मुंबई के वर्ली श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार हुआ, जिसमें बॉलीवुड की कई बड़ी हस्तियों ने श्रद्धांजलि दी। भारतीय नौसेना ने उन्हें उनके निवास स्थान पर गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया, जो उनके परिवार की निजी विदाई की इच्छा का सम्मान था।