Maa Kalratri

माँ कालरात्रि (Maa Kalratri) का स्वरूप

माँ कालरात्रि (Maa Kalratri)की कथा

माँ कालरात्रि (Maa Kalratri) की पूजा विधि

  1. मां कालरात्रि की पूजा के लिए सुबह चार से 6 बजे तक का समय उत्तम माना जाता है।
  2. इस दिन प्रातः जल्दी स्नानादि करके मां की पूजा के लिए लाल रंग के कपड़े पहनने चाहिए।
  3. इसके बाद मां के समक्ष दीपक प्रज्वलित करें।
  4. अब फल-फूल मिष्ठान आदि से विधिपूर्वक मां कालरात्रि का पूजन करें।
  5. पूजा के समय मंत्र जाप करना चाहिए, तत्पश्चात मां कालरात्रि की आरती करनी चाहिए।
  6. इस दिन काली चालीसा, सिद्धकुंजिका स्तोत्र, अर्गला स्तोत्रम आदि चीजों का पाठ करना चाहिए।
  7. इसके अलावा सप्तमी की रात्रि में तिल के तेल या सरसों के तेल की अखंड ज्योति भी जलानी चाहिए।
  8. माँ कालरात्रि को गुड़ हलवे का भोग लगाना चाहिए, इससे वे प्रसन्न होती हैं और भक्तों की मनोकामना पूरी करती हैं।

माँ कालरात्रि (Maa Kalratri) की पूजा आराधना मंत्र-

‘ॐ जयंती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तु ते।

माँ कालरात्रि की आरती