दिल्ली में जैसे जैसे चुनाव के दिन नजदीक आ रहे हैं, आप और बीजेपी के बीच चुनावी जंग बढ़ती जा रही है। नए साल के पहले दिन पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर RSS Chief Mohan Bhagwat को पत्र लिख कर पूछा कि क्या वो बीजेपी के गलत कामों में उनका साथ देंगे।
चुनावी जंग के बीच अरविंद केजरीवाल का नया कदम
आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भाजपा की वैचारिक मातृ संस्था RSS Chief Mohan Bhagwat को एक बार फिर पत्र लिख कर भाजपा की राजनीति पर सवाल उठाए हैं। इसके पहले अरविंद केजरीवाल ने सितम्बर में पत्र लिख कर RSS Chief Mohan Bhagwat से भाजपा की राजनीति पर 5 सवाल पूछे थे। अपने पत्र पर प्रधान मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार केंद्रीय एजेंसियों का दुरूपयोग अपने राजनीति फायदे के लिए कर रही है।
केजरीवाल ने मोहन भागवत को लिखा नया पत्र
नए साल के पहले दिन ही आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने दोबारा पत्र लिखकर RSS Chief Mohan Bhagwat से पूछा कि “क्या RSS, भाजपा के गलत कामों का समर्थन करता है।”भाजपा नेता खुलेआम पैसा बांट रहे हैं, क्या RSS वोट खरीदने का समर्थन करता है? दलित और पूर्वांचली मतदाताओं के नाम बड़े पैमाने पर मतदाता सूची से काटे जा रहे हैं। क्या RSS को लगता है कि ये लोकतंत्र के लिए अच्छा है?
अरविंद केजरीवाल का RSS Chief Mohan Bhagwat को पत्र लिखने का उददेश्य स्पष्ट रूप से राजधानी में चुनाव के लिए चल रहे तीखे अभियान के बीच भाजपा को शर्मिंदा करना है। आप ने आरोप लगाया है कि भाजपा जितने के लिए हताशा में मतदाताओं के नाम सूचि से कटवा रही है। जबकी भाजपा ने आप पर आरोप लगाया है कि आप ने अपने समर्थन को बढ़ाने के लिए मतदाता सूचि में फर्जी मतदातों के नाम जोड़े हैं।
बीजेपी का पलटवार: झूठ बोलने का आरोप
केजरीवाल के पत्र के जवाब में भाजपा ने अरविंद केजरीवाल को एक पत्र लिखा है। भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “आज मैंने आम आदमी पार्टी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक पत्र लिखा है, हमें उम्मीद है कि आप झूठ बोलने और धोखा देने की अपनी गलत आदत को छोड़ देंगे और अपने अंदर सार्थक बदलाव लाएंगे।”
बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने केजरीवाल का RSS Chief Mohan Bhagwat को पत्र लिखना केवल “मीडिया का ध्यान अपनी तरफ खींचना बताया है”। उनको कहा कि “संघ को पत्र मत लिखो, उससे सीखो, सेवा की भावना सीखो और अपनी राजनीतिक चालें छोड़ो।”
रविवार को मीडिया से बात करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि “भाजपा के पास दिल्ली चुनाव के लिए ना तो कोई विजन है ना ही कोई उम्मीदवार।” उन्होंने कहा कि भाजपा किसी भी तरह से बेईमानी से बस चुनाव जीतना चाहती है, लेकिन दिल्ली की जनता ऐसा नहीं होने देगी। हम भाजपा की हरियाणा और महाराष्ट्र में इस्तेमाल की गई राजनीति से दिल्ली में चुनाव जीतने नहीं देंगे। उन्होंने दिल्ली वासियों से मतदाता सूचि में अपना नाम जांचते रहने के लिए कहा है।
अरविंद केजरीवाल के आरोप: बीजेपी का वोटर लिस्ट में हेरफेर
अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया है कि भाजपा ने उनके नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र में “ऑपरेशन लोटस” शुरू किया है। 15 दिनों में 5000 के नाम हटाने के लिए भी आवेदन किये हैं और 15 दिनों में 7500 नाम जोड़ने के लिए भी आवेदन किये हैं। मेरे निर्वाचन क्षेत्र में कुल 1 लाख 6 हजार वोट हैं तो फिर चुनाव कराने का क्या मतलब है? चुनाव के नाम पर खेल चल रहा है। आप नेता ने कहा कि पहले एक संविधान संशोधन किया गया था जिसके बाद चुनाव आयोग ने 29 अक्टूबर को मतदाता सूचि जारी की। अगर बीजेपी के दावे के मुताबिक अगर 12% का अंतर है तो क्या चुनाव आयोग का संविधान संशोधन गलत था? अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि बीजेपी बाहर से लोगों को लाकर उन्हें दिल्ली के मतदाता के रूप में पंजीकृत करने की योजना बना रही है।
अरविंद केजरीवाल का जनता और अधिकारियों से संदेश
केजरीवाल ने अधिकारियों को भाजपा के इशारों पर अनिमितताएं करने से भी आगाह किया। उन्होंने कहा, “मैं अधिकारियों से कहना चाहता हूं कि आप पर गलत काम करने का दबाव बनाया जायेगा, लेकिन याद रखिए, आप कागजों पर दस्तखत करेंगे और ये दस्तखत बने रहेंगे। आज या कल सरकार बदल जाएगी, लेकिन फाइल्स और दस्तखत बने रहेंगे।” कानून के मुताबिक काम करें, आप मुश्किल में पड़ जाएंगे और जो आपको आदेश दे रहे हैं वो बच के निकल जायेंगे।
बीजेपी के दावे: फर्जी मतदाता जोड़ने का आरोप
आरोपों का खंडन करते हुए भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव और अगले साल विधान सभा के चुनाव के बीच दिल्ली में वोटों की संख्या में भारी उछाल देखा गया। उनको कहा कि 2019 के चुनाव में भी यही देखा गया था। ये नए मतदाता किसने बनवाये? इसका कोई जवाब आप पार्टी के पास नहीं है। उन्हें कहा कि जो लोग अब दिल्ली में नहीं रहते और जो मर चुके हैं, उनका नाम सूचि में क्यों होना चाहिए?
बीजेपी ने आप पर फर्जी मतदाताओं के नाम सूचि में दर्ज करवाने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करने का आरोप लगाया है।