प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार की नीतियां, फैसले और इरादे समाज को सशक्त बनाने के लिए ग्रामीण भारत को नई ऊर्जा से भर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित ग्रामीण भारत महोत्सव 2025 (Gramin Bharat Mahotasav 2025) में हिस्सा लिया। इस महोत्सव का विषय था “विकसित भारत 2047 के लिए एक सशक्त ग्रामीण भारत का निर्माण।”
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “हमारी सरकार का दृष्टिकोण ग्रामीण भारत को सशक्त बनाकर गांवों को विकास और अवसरों के केंद्र में बदलने का है।” उन्होंने यह भी बताया कि सरकार की योजनाओं और प्रयासों के कारण ग्रामीण भारत आज नए आत्मविश्वास और ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रहा है।
ग्रामीण भारत महोत्सव 2025 (Gramin Bharat Mahotasav 2025): COVID महामारी के समय का उल्लेख
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की स्वास्थ्य सेवाओं की तारीफ करते हुए कहा कि आज ये सेवाएं देश के सबसे दूरस्थ क्षेत्रों तक पहुंच रही हैं। उन्होंने COVID महामारी का जिक्र करते हुए बताया कि जब पूरी दुनिया इस बात को लेकर चिंतित थी कि भारतीय गांव इस संकट का सामना कैसे करेंगे, तब भारत ने हर गांव के अंतिम व्यक्ति तक वैक्सीन पहुंचाकर एक मिसाल कायम की।
उन्होंने कहा, “ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए समावेशी आर्थिक नीतियों की जरूरत होती है, और मुझे गर्व है कि पिछले 10 वर्षों में हमारी सरकार ने गांवों के हर वर्ग के लिए विशेष नीतियां बनाई हैं।”
ग्रामीण भारत महोत्सव 2025 (Gramin Bharat Mahotasav 2025): स्वच्छ पानी और बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता
प्रधानमंत्री ने एनडीए सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए कहा कि स्वच्छ पीने का पानी और बुनियादी सुविधाएं लाखों गांवों के हर घर तक पहुंच रही हैं। उन्होंने कहा, “आज 1.5 लाख से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो रही हैं। डिजिटल तकनीक की मदद से हमने देश के बेहतरीन डॉक्टरों और अस्पतालों को गांवों से जोड़ा है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में टेलीमेडिसिन का लाभ मिल रहा है।”
ग्रामीण भारत महोत्सव 2025 (Gramin Bharat Mahotasav 2025): किसानों के लिए 3 लाख करोड़ रुपये की सहायता
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN) के तहत केंद्र सरकार ने किसानों को लगभग 3 लाख करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की है। यह योजना समाज के हर वर्ग को सशक्त बनाने की सरकार की दृष्टि का हिस्सा है। उन्होंने कहा, “पिछले 10 वर्षों में कृषि ऋण की राशि में 3.5 गुना वृद्धि हुई है।”
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि हाल ही में मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को एक और साल तक बढ़ाने का निर्णय लिया है।
ग्रामीण भारत महोत्सव 2025 (Gramin Bharat Mahotasav 2025): गरीबी में गिरावट और सामाजिक सौहार्द्र
प्रधानमंत्री ने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि ग्रामीण भारत में गरीबी 2012 में लगभग 26% से घटकर 2024 में 5% से भी कम हो गई है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का उद्देश्य केवल गरीबी को समाप्त करना ही नहीं, बल्कि गांवों को हर प्रकार की बुनियादी जरूरतों से सुसज्जित करना है।
प्रधानमंत्री ने उन लोगों की आलोचना की जो जातिगत राजनीति का जहर फैलाकर शांति भंग करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “हमें गांवों की शांति और सौहार्द्र की विरासत को मजबूत करने के लिए काम करना होगा।”
ग्रामीण भारत महोत्सव 2025 (Gramin Bharat Mahotasav 2025): पिछली सरकारों पर प्रहार
प्रधानमंत्री ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने ग्रामीण भारत के लोगों की अनदेखी की। आजादी के दशकों बाद भी गांवों को बुनियादी जरूरतों से वंचित रखा गया।
उन्होंने कहा, “हमारी सरकार उन लोगों पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जिन्हें पहले नजरअंदाज किया गया था। हम गांवों को सशक्त बना रहे हैं और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए विकास की नई योजनाएं लागू कर रहे हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी का यह संबोधन एक नए और सशक्त ग्रामीण भारत की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। केंद्र सरकार की योजनाएं और प्रयास ग्रामीण क्षेत्रों को न केवल आत्मनिर्भर बना रहे हैं, बल्कि देश के समग्र विकास में अहम भूमिका निभा रहे हैं।