durga ashtami aur navmi

कब है अष्टमी और नवमी पूजन का समय ?

कन्या पूजन शुभ मुहूर्त –

ब्रह्म मुहूर्त – 11 अक्टूबर, 04:40AM – 05:29AM

प्रातः काल मुहूर्त – 11 अक्टूबर, 05:04AM – 06:19AM

अभिजीत मुहूर्त – 11 अक्टूबर, 11:43AM – 12:30PM

विजय मुहूर्त – 11 अक्टूबर, 02:03PM – 02:49PM

गोधूलि मुहूर्त – 11 अक्टूबर, 05:55PM – 06:19PM

सायं काल मुहूर्त – 11 अक्टूबर, 05:55PM – 07:09PM

कन्या पूजन कैसे किया जाता है?

  1. सबसे पहले घर और पूजा स्थान को स्वच्छ करें। पूजा स्थल को साफ कपड़े से ढकें और माँ दुर्गा की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
  2. 2 साल से 10 साल की उम्र तक की 9 कन्याओं को आमंत्रित करें। साथ में एक छोटे लड़के (लांगूर) को भी बुलाया जा सकता है, जो भगवान हनुमान का प्रतीक होता है।
  3. उन्हें स्वच्छ आसन पर बैठाएं। पहले उनका पैर धोकर पवित्र करें। उन्हें अक्षत और कुमकुम से तिलक लगाएं।
  4. दुर्गा माता की आरती गाएं। माता की पूजा के साथ-साथ सभी कन्याओं की पूजा करें। उन्हें फूल चढ़ाएं, उनकी आरती उतारें और प्रार्थना करें।
  5. कन्याओं को हलवा, पूड़ी, चने और अन्य प्रसाद के रूप में भोजन कराएं। उन्हें प्रसन्नता से खिलाएं।
  6. भोजन के बाद कन्याओं को वस्त्र, फल, मिठाई, और दक्षिणा भेंट करें। उनकी चरण स्पर्श कर आशीर्वाद प्राप्त करें।
  7. पूजा के बाद कन्याओं को सम्मानपूर्वक विदा करें। इस पूजा को करने से माँ दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त होता है और घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है।