नवरात्रि में अखंड दीप ज्योति जलाने से बरसेगी माता रानी की कृपा, जानिए अखंड दीप जलाने का महत्व, नियम और होने वाले चमत्कारी लाभ

दीपक प्रकाश का स्त्रोत होता है और प्रकाश स्त्रोत है ज्ञान का। हिन्दू धर्म में मान्यता है की दीप जलाने से परमात्मा हमें ज्ञान प्रदान करते है। शारदीय नवरात्रों में अखडं दीप (Akhand Deep)जलाने का विशेष महत्त्व है। 

नवरात्रि में अखंड दीप जलाने का महत्व

शारदीय नवरात्रि  इस वर्ष 3 अक्टूबर से प्रारम्भ हो रहे हैं। नवरात्रि में अखंड दीप (Akhand Deep) ज्योति जलाने का विशेष महत्व माना जाता है। हिन्दू धार्मिक ग्रंथो के अनुसार, अखंड दीप (Akhand Deep) ज्योति जलाने से तन मन में मौजूद अंधकार दूर हो जाता है, और हमारे जीवन में एक नयी ऊर्जा का संचार होता है। नवरात्रि के प्रथम दिन जब अखंड ज्योति जलाई जाती है तो इसे 9 दिन तक जलाये रखना होता है। यदि ये 9 दिन के अंदर बुझ जाये तो इसे बहुत अशुभ माना जाता है।

माना जाता है की 9 दिन तक माता की अखंड दीप (Akhand Deep) ज्योति जलाने से घर में सुख शांति और समृद्धि आती है और माँ दुर्गा प्रसन्न होकर अपना आशीर्वाद देती है। हालाँकि, अखंड दीप (Akhand Deep) ज्योति जलाने के कुछ नियम होते हैं, जिन्हे जान लेना अति आवश्यक होता है।

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अखंड दीप (Akhand Deep) ज्योति जलाने की विधि और नियम

  1. अखंड ज्योति प्रजवल्लित करने के लिए पीतल के दीप पात्र का प्रयोग किया जाता है। अगर आपके पास पीतल का दीपक नहीं है तो आप मिट्टी से बने दीपक का भी उपयोग कर सकते हैं। मगर, मिट्टी के दीपक को एक दिन पहले पानी में भिगाकर रखें फिर उसे पानी से निकाल कर साफ़ कपडे से पोछ कर सूखा लें।
  2. अखंड दीप (Akhand Deep)जलाने के लिए शुद्ध घी, सरसों का तेल या तिल का तेल ही उसे करें।
  3. शुद्ध घी का दीपक देवी दुर्गा मां के दाहिने तरफ रखें और अगर दीपक तेल का है तो उसे देवी मां के बायीं ओर थोड़े से चावल, काले तिल या फिर उड़द की दाल के ऊपर रखें। दीपक की लौ पूर्व, उत्तर या पश्चिम दिशा में रख सकते हैं, दक्षिण दिशा में दीपक नहीं रखना चाहिए।
  4. नौ दिनों तक दीपक जलते रहे इसके लिए दीपक में पर्याप्त मात्रा में घी या तेल होने चाहिए। दीपक बुझे नहीं, इसके लिए दीपक को कांच की चिमनी से ढकना चाहिए।
  5. दीपक को चौकी या लकड़ी के पटरे में रख कर ही जलाये, जमीन पर न रखें। अगर दीपक जमीन पर रख रहे है तो अस्टदल बना कर ही रखें।
  6. अगर नौ दिनों के दौरान किसी भी समय दीपक बुझ जाए तो देवी मां से क्षमा मांग कर दोबारा दीपक जलाएं।
  7. नौ दिन पूरे होने के बाद भी अगर दीपक प्रज्ज्वलित है तो उसे फूंक मार कर या अन्य किसी भी तरीके से न बुझाएं, बल्कि अपने आप बुझने तक इंतजार करें।
  8. नवरात्रि के 9 दिनों में अखंड दीप (Akhand Deep)ज्योति का विशेष ध्यान रखें और साफ़ सफाई का भी विशेष ध्यान रखें।
  9. अखंड दीप (Akhand Deep)ज्योति जलाने से पहले हाथ जोड़कर भगवान् श्री गणेश, माँ दुर्गा और शंकर जी की आराधना करें। दीपक प्रजवल्लित करते समय मन में मनोकामना सोच ले और माँ से प्रार्थना करें की पूजा की समाप्ति के साथ आपकी मनोकामना भी पूरी हो जाये।

अखंड दीप (Akhand Deep)ज्योति जलाने के लाभ

  1. अखडं दीप (Akhand Deep) की लौ सुनहरी जलनी चाहिए, इससे आपके जीवन में धन्य धान्य की वृद्धि होती है और व्यापार में प्रगति होती है।
  2. अखडं ज्योति की लौ पूर्व दिशा में होने से आयु में वृशि होती है और उत्तर दिशा में होने से धन लाभ होता है। दीपक की लौ पश्चिम और दक्षिण में नहीं होनी चाहिए।
  3. नवरात्रि में दीपक जलाये रखने से घर में खुशहाली बनी रहती है और पितृ शांति होती है।
  4. नवरात्रि में विद्यार्थियों को सफलता के लिए घी का दीपक जलाना चाहिए।
  5. वास्तु दोष को दूर करने के लिए तिल्ली के तेल का दीपक शारदीय नवरात्रि में जला कर रखने से वास्तु दोष दूर होता है।
  6. शनि के कोप से बचाव के लिए भी नवरात्रि में तिल्ली के तेल की अखंड ज्योति शुभ मानी जाती है।

महत्वपूर्ण ध्यान देने योग्य बातें – एक बार अखंड ज्योत जलाने के बाद घर को कभी भी खाली न छोड़ें। इस दौरान घर में ताला भी न लगाएं, घर में हमेशा कोई न कोई सदस्य जरूर होना चाहिए। इस बात का खास ख्याल रखें कि अखंड ज्योत जलाने के लिए कभी भी खंडित या टूटे हुए या पहले इस्तेमाल हो चुके दीपक का उपयोग भूल से भी न करें। धातु के दीपक को अच्छे से साफ कर आप अखंड ज्योत जलाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।

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